Jaivik Kheti (Organic Farming In Hindi) क्या है ?

Date: Mon Apr 11, 2022 09:47PM
© Uttma Gupta
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 जैविक खेती  (Organic Farming In Hindi) क्या है ? 

जैविक खेती (Organic Farming In Hindi) यह शब्द बहुत प्रचलन में है विशेषकर कोरोना महामारी के बाद सभी लोग अपनी Health के प्रति बेहद जागरूक हो गए है, अच्छी सेहत के लिए अच्छे भोज्य पदार्थ और अच्छे पर्यावरण की आवश्यकता होती है और इसके लिए जैविक खेती  (Organic Farming In Hindi) एक बेहतर विकल्प है।

आज के समय में Organic Food एक तरह से स्टाइल ट्रेंड हो गया है, Market में Organic Food की डिमांड बढ़ रही है और इस वजह से ही पुरे विश्व का रुझान जैविक खेती (Organic Farming In Hindi) की और बढ़ा है।

जैविक खेती (Organic Farming In Hindi) क्या है ? 

वह खेती जिसमें रासायनिक उर्वरको, सिंथेटिक कीटनाशकों वृद्धि नियंत्रको और प्रतिजैविक पदार्थों का प्रयोग नहीं किया जाता है, उनकी जगह पर गोबर की खाद, कम्पोस्ट, जीवाणु खाद, फसल अवशेष, फसल चक्र और प्रकृति में उपलब्ध खनिज पदार्थों का उपयोग किया जाता है।

भारत में जैविक खेती -  जैविक खेती यह हमारी पारंपरिक खेती करने की पद्धति है किन्तु आजादी के बाद उत्पादन में कमी आने लगी और वर्ष 1960 में उत्पादन की इतनी कमी हो गयी कि भारत को खाद्यान्न दूसरे देशो से आयात करना पड़ा इस समस्या के चलते हरित क्रांति का दौर आया और इसके माध्यम से खाद्यान आपूर्ति की समस्या खत्म हो गई हरित क्रांति में रसायनिक उर्वरको, सिंथेटिक कीटनाशको वृद्धि  नियंत्रको और प्रतिजैविक पदार्थो का प्रयोग किया जाता है इससे पर्यावरण प्रदूषित हो गया, भूमि की उर्वरक क्षमता क्षीण होने लगी, उत्पादन बढ़ गया किन्तु खाद्यानो की गुणवत्ता कम हो गई, भूमि का वाष्पीकरण कम हो गया, जैविक खेती की तुलना में सिंचाई में पानी ज्यादा लगता है इन सभी समस्याओ को देखते हुए भारत में एक बार फिर जैविक खेती की और रुझान बढ़ा है।

सिक्किम भारत का पहला राज्य जो पूरी तरह से जैविक खेती पर निर्भर है, भारत का ही नही सिक्किम पुरे विश्व का पहला ऐसा जैविक खेती करने वाला राज्य है, भारत का पहला जैविक खेती करने वाला केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप है, राजस्थान, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र इन राज्यों में लगभग 50% खेती भूमि भाग पर जैविक खेती होती है, भारत में अभी भी कुछ राज्य ऐसे है जिनकी भूमि का लगभग 16% भाग पर जैविक खेती होती है जैसे गोवा, उत्तराखंड, मेघालय और मिजोरम।

वर्ष 2020 - 21 में भारत के जैविक उत्पादों का निर्यात लगभग 51% बढ़कर लगभग एक अरब डॉलर को पार कर गया इसमे सोयाबीन, चावल, तेल, दाल, मसाले, चाय, सूखे मेवे, चीनी, मेडिसिन प्लांट और अन्य जैविक उत्पाद को निर्यात किया गया है, संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाड़ा, ब्रिटेन जैसे अन्य लगभग 58 देशो में भारत से निर्यात हुआ है। जैविक खेती (Organic Farming In Hindi) के लाभ को देखते हुए भारत सरकार ने जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए काफी सारी योजनाओ को शुरू किया है युवाओ ने भी जैविक खेती में  इसी तरह के अन्य 58 देशों में भारत जैविक उत्पादों का निर्यात करता है। 

कोरोना की महामारी के बावजूद भी भारत ने जैविक उत्पादों का अच्छा निर्यात किया है।

 कई लोगो ने अपने घर के बगीचे, छत पर ऑर्गेनिक फार्मिंग की शुरुआत की है। 

जैविक खेती (Organic Farming In Hindi)  के प्रकार 

  • देसी खेती - इसमे देसी जड़ीबूटियों, देसी गाय के गोबर, जीवामृत और इसके आलावा मटका खाद अच्छा होता है।
  • कुदरती खेती - कुदरती खेती पूरी तरह से प्रकृति पर आधारित होती है, खेत में एक ही फसल के बीज      बोने के बाद फसल पकने पर उसे तोड़ लिया जाता है और यह प्रक्रिया को दोहराया जाता है।
  • गौ आधारित खेती - इस खेती में गाय के गोबर, मूत्र से बने जीवामृत का प्रयोग किया जाता है और खेत की जुताई के लिए सिर्फ बैल का प्रयोग किया जाता है।

जैविक खेती (Organic Farming Process In Hindi)  के तरीके 

  • मलिचंग - मलिचंग इस तरीके से खेती करने के लिए किसान भूमि के ऊपर जैविक सामग्री की परत डालकर और खरपतवारो को हटाते है इससे भूमि नमी को पकड़ती है। 
  • क्रॉप रोटेशन - क्रॉप रोटेशन तरीके से खेती से जब खेती की जाती है तो इसमें फसल वैकल्पिक रूप से लगाई जाती है, हर साल एक ही फसल को नहीं लगाया जाता है।
  • हरी खाद - किसान जिस खेत में फसल उगाना चाहते है, उस खेत में वर्षा का मौसम आने से पहले

    लोबिया, मुंग, उड़द, ढेचा आदि की बुवाई कर देते है और          लगभग 40 से 60 दिन के बाद उसकी जुताई कर देते है            इससे भूमि को हरी खाद मिलती है हरी खाद में नाइट्रोजन,         गंधक, सल्फर,  कॉपर आयरन, जस्ता अन्य भरपूर मात्रा में         पाए जाते है जो भूमि को और उपजाऊ बनाते है।

  जैविक खेती  (Benefits From Organic Farming Process In Hindi)  के लाभ (Organic Farming In Hindi) यह शब्द बहुत प्रचलन में है 

विशेषकर कोरोना महामारी के बाद सभी लोग अपनी Health के प्रति बेहद जागरूक हो गए है, अच्छी सेहत के लिए अच्छे भोज्य पदार्थ और अच्छे पर्यावरण की आवश्यकता होती है और इसके लिए जैविक खेती(Organic Farming In Hindi) एक बेहतर विकल्प है।

आज के समय में Organic Food एक तरह से स्टाइल ट्रेंड हो गया है, Market में Organic Food की डिमांड बढ़ रही है और इस वजह से ही पुरे विश्व का रुझान (Organic Farming In Hindi)    की और बढ़ा है।

जैविक खेती(Organic Farming In Hindi) क्या है ? 

वह खेती जिसमें रासायनिक उर्वरको, सिंथेटिक कीटनाशकों वृद्धि नियंत्रको और प्रतिजैविक पदार्थों का प्रयोग नहीं किया जाता है, उनकी जगह पर गोबर की खाद, कम्पोस्ट, जीवाणु खाद, फसल अवशेष, फसल चक्र और प्रकृति में उपलब्ध खनिज पदार्थों का उपयोग किया जाता है।

भारत में जैविक खेती -  जैविक खेती यह हमारी पारंपरिक खेती करने की पद्धति है किन्तु आजादी के बाद उत्पादन में कमी आने लगी और वर्ष 1960 में उत्पादन की इतनी कमी हो गयी कि भारत को खाद्यान्न दूसरे देशो से आयात करना पड़ा इस समस्या के चलते हरित क्रांति का दौर आया और इसके माध्यम से खाद्यान आपूर्ति की समस्या खत्म हो गई हरित क्रांति में रसायनिक उर्वरको, सिंथेटिक कीटनाशको वृद्धि  नियंत्रको और प्रतिजैविक पदार्थो का प्रयोग किया जाता है इससे पर्यावरण प्रदूषित हो गया, भूमि की उर्वरक क्षमता क्षीण होने लगी, उत्पादन बढ़ गया किन्तु खाद्यानो की गुणवत्ता कम हो गई, भूमि का वाष्पीकरण कम हो गया, जैविक खेती की तुलना में सिंचाई में पानी ज्यादा लगता है इन सभी समस्याओ को देखते हुए भारत में एक बार फिर जैविक खेती की और रुझान बढ़ा है।

सिक्किम भारत का पहला राज्य जो पूरी तरह से जैविक खेती पर निर्भर है,भारत का ही नही सिक्किम पुरे विश्व का पहला ऐसा जैविक खेती करने वाला राज्य है, भारत का पहला जैविक खेती करने वाला केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप है, राजस्थान, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र इन राज्यों में लगभग 50% खेती भूमि भाग पर जैविक खेती होती है, भारत में अभी भी कुछ राज्य ऐसे है जिनकी भूमि का लगभग 16% भाग पर जैविक खेती होती है जैसे गोवा, उत्तराखंड, मेघालय और मिजोरम।

वर्ष 2020 - 21 में भारत के जैविक उत्पादों का निर्यात लगभग 51% बढ़कर लगभग एक अरब डॉलर को पार कर गया इसमे सोयाबीन, चावल, तेल, दाल, मसाले, चाय, सूखे मेवे, चीनी, मेडिसिन प्लांट और अन्य जैविक उत्पाद को निर्यात किया गया है, संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाड़ा, ब्रिटेन जैसे अन्य लगभग 58 देशो में भारत से निर्यात हुआ है। 

जैविक खेती (Organic Farming In Hindi) के लाभ को देखते हुए भारत सरकार ने जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए काफी सारी योजनाओ को शुरू किया है युवाओ ने भी जैविक खेती में इसी तरह के अन्य 58 देशों में भारत जैविक उत्पादों का निर्यात करता है। 

कोरोना की महामारी के बावजूद भी भारत ने जैविक उत्पादों का अच्छा निर्यात किया है।

 कई लोगो ने अपने घर के बगीचे, छत पर ऑर्गेनिक फार्मिंग की शुरुआत की है।

  जैविक खेती (Organic Farming In Hindi)  के प्रकार 

  • देसी खेती - इसमे देसी जड़ीबूटियों, देसी गाय के गोबर, जीवामृत और इसकेआलावा मटका खाद का प्रयोग  खाद किया जाता है। 

                

  • कुदरती खेती - कुदरती खेती पूरी तरह से प्रकृति पर आधारित होती है, खेत में एक ही फसल के बीज बोने के बाद फसल पकने पर उसे तोड़ लिया जाता है और यह प्रक्रिया को दोहराया जाता है।
  • गौ आधारित खेती - इस खेती में गाय के गोबर, मूत्र से बने जीवामृत का प्रयोग किया जाता है और खेत की जुताई के लिए सिर्फ बैल का प्रयोग किया जाता है।

जैविक खेती(Organic Farming Process In Hindi)  के तरीके 

  • मलिचंग - मलिचंग इस तरीके से खेती करने के लिए किसान भूमि के ऊपर जैविक सामग्री की परत डालकर और खरपतवारो को हटाते है इससे भूमि नमी को पकड़ती है।
  • क्रॉप रोटेशन - क्रॉप रोटेशन तरीके से खेती से जब खेती की जाती है तो इसमें फसल वैकल्पिक    रूप से लगाई जाती है, हर साल एक ही फसल को नहीं लगाया जाता है।
  • हरी खाद - किसान जिस खेत में फसल उगाना चाहते है, उस खेत में वर्षा का मौसम आने से पहले   

लोबिया, मुंग, उड़द, ढेचा आदि की बुवाई कर देते है और लगभग 40 से 60 दिन के बाद उसकी जुताई कर देते है इससे भूमि को हरी खाद मिलती है हरी खाद में नाइट्रोजन, गंधक, सल्फर,  कॉपर आयरन, जस्ता अन्य भरपूर मात्रा में पाए जाते है जो भूमि को और उपजाऊ बनाते है।

    जैविक खेती (Benefits From Organic Farming Process In Hindi)  के लाभ 

  • जैविक खेती के उत्पादन में बेहतर गुणवत्ता होती है, यह हमारे अच्छे स्वास्थ्य के लिए बेहद जरुरी है।
  • जैविक खेती में जैविक सामग्री का प्रयोग किया जाता है इससे भूमि उपजाऊ होती है।
  • जैविक खेती में रसायनिक छिड़काव नही किया जाता है जिससे प्रदूषण नही होता है।
  • जैविक खेती में भूमि का वाष्पीकरण अच्छा बना रहता है जिससे इसमें पानी कम लगता है।
  • जैविक खेती में रसायनिक छिड़काव और आधुनिक यंत्रो का प्रयोग नही किया जाता है।

इससे इसमें लागत कम लगती है और ऑर्गेनिक प्रोडक्ट की डिमांड मार्केट में बहुत अधिक है।

  • ऑर्गेनिक प्रोडक्ट को बाहरी देशों में निर्यात किया जाता है जिससे हमारे देश को विदेशी मुद्रा मिलती है।

जैविक खेती(Loss From Organic Farming In Hindi) के नुकसान 

  • भारत में जनसंख्या अधिक है केवल जैविक खेती से खाद्यान्न की पूर्ति सम्भव नही है।
  • जैविक खेती की कृषकों और मजदूरों को व्यवहारिक तौर पर पूरी तरहजानकारीन होने की वजह से नुकसान होता है।
  • जैविक खेती में आवश्यक उपकरणों की कमी से उत्पन्न उत्पादन जल्दी खराब हो जाता है।

निष्कर्ष  जैविक खेती पुरे विश्व के लिए कृषि का बेहतर विकल्प है, इसमें काफी सारे फायदे है उसकी तुलना में नुकसान काफी कम है भारत के संदर्भ में जैविक कृषि की बात हम करे तो हमारा देश एक कृषि प्रधान देश है यह हमारी पारम्परिक कृषि पद्धति है जैविक खेती के लिए हमारे देश का वातावरण,मौसम पूरी तरह से अनुकूल है अब भारत में जैविक खेती को बेहतर बनाने के लिए जागरूकता की और जो सरकार इसके लिए योजनाएं बना रही है उसे व्यावहारिक तौर पर लागू की जिससे हमारे कृषक उसका पर्याप्त लाभ ले पावे।

इस आर्टिकल के माध्यम से मैने आपको जैविक खेती के बारे में जो जानकारी दी है आशा करती हु 

उससे आपको जैविक खेती के बारे जानकारी मिली होगी अगर आपको अच्छी लगी हो तो लाइक करें और शेयर करे जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस बारे में जानकारी मिल पाए  धन्यवाद। …. 

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