हिन्दी है हम

Date: Tue Sep 14, 2021 06:08PM
© Kundan Verma
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"हिन्दी है हम"

जब हिन्दी दिल मे बसता है तब हिंदुस्तानी में भक्ति व करुणा आबाद होता है।

रामायण,महाभारत गीता,वेदों ग्रंथो के महत्व का आभाष होता है।।

हिन्दी तो साहित्य की जननी है,स्वर व व्यंजन में इसका सार होता है। 

हिन्दी तब खिल कर अति सुंदर और खूबसूरत हो जाती है।।

जब रस,अलंकार,छन्द और व्याकरण से इसका श्रृंगार होता है।

हम कलमगारो के कलम में हिन्दी से ही जज़्बात आबाद होता है।।

हिन्दी भाषा मे ही गागर में सागर जैसा भंडार होता है।

हर हिन्दी प्रेमी का हिन्दी,वेदना चेतना,वाणी और गान होता है।।

हिंदी कलमगारो की आत्मा और भावना का साज होता है।

हिन्दी की जो करता कद्र उसका कलम सदा आबाद होता है।।

जब कश्मीर से कन्याकुमारी तक चहुं ओर हिन्दी का जयघोष होता है।

तब दुनिया को हम एक है ये "भारतीयता"का पवित्र सन्देश होता है।।

"पूरब" की रचनाओं में इनके हिन्दी प्रेम का भरमार होता है।

तभी तो हर हिन्दी प्रेमी के आशीर्वाद से इनका कलम गुलजार होता है।।


हर हिन्दी प्रेमी का हिन्दी,वेदना चेतना,वाणी और गान होता है।।

हिंदी कलमगारो की आत्मा और भावना का साज होता है।।

कुन्दन वर्मा "पूरब"

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