पिशाच होते हैं , Pishach horror storie
मैं अपने परिवार के साथ माधवपुर गांव गई थी माधवपुर का नजारा बेहद ही खूबसूरत था पहले तो मैं माधोपुर जाने के लिए तैयार ना थी लेकिन माधवपुर पहुंचने के बाद मुझे वहां बेहद अच्छा महसूस होने लगा वहां का नजारा वहां की आवाज में वाकई में बेहद खूबसूरत थी अब माधवपुर मुझे बेहद भाने लगा था.
लेकिन माधवपुर का वह खूबसूरत नजारा देखते ही देखते गायब होने लगा कुछ दिन माधवपुर में बिताने के बाद मुझे कुछ अजीब सी आवाजें आने लगी वह आवाज में माधवपुर के जंगल में बने कब्रिस्तान से आ रही थी मैं हर दिन अपने पिताजी से उन आवाजों के बारे में पूछती लेकिन उसी वक्त मेरी मां मुझे डांट फटकार कर बात को ही बदल देती मुझे यह बेहद अजीब लग रहा था लेकिन मेरे मन में उन आवाजों को लेकर कई सवाल है इसीलिए मैंने फैसला किया मैं उस जंगल में जाकर उन आवाजों का पता लगाऊंगी अगले ही शाम मैं जल्दी सो गई मम्मी पापा मुझे जल्दी सोता देख हैरान थे लेकिन वह भी सो गए.
मम्मी पापा जल्दी सो गई उनके सोते ही में तुरंत जंगल जाने के लिए निकल पड़ी कुछ देर अंधेरे में चलने के बाद मुझे वह आवाज दोबारा सुनाई देने लगी जैसे तैसे में उन आवाजों का पीछा करते हुए जंगल में मौजूद कब्रिस्तान में पहुंच गई.
लेकिन मुझे वहां कोई दिखाई नहीं दे रहा था दूर दूर तक अंधेरा छाया हुआ था बड़े-बड़े पेड़ और पेड़ों से लटकती हुई वह रिलीजड वहां का नजारा बेहद खौफनाक नजर आ रहा था अब मुझे भी थोड़ा थोड़ा डर लगने लगा मुझे लगा वह आवाजें सिर्फ हवाओं से आ रही थी यह सोचकर में पीछे पलटने ही लगी थी कि अचानक एक औरत मेरे सामने आ गई मैं उसे देखते ही चीज पड़ी लेकिन अगले ही पल उस औरत ने अपना मुंह खोला उसके मुंह खोलते हैं मैंने देखा कि उसके बेहद बड़े बड़े दांत मुझे काटने के लिए मेरे करीब आ रहे हैं और देखते ही देखते उस औरत ने अपने नुकीले दांत मेरे गले पर गड़ा दिए.
जैसे ही उसने मेरे गले पर अपने दांत गड़ा दिए उसी पल में चिखते हुए बेहोश हो गई । अगली ही सुबह मैं अपने बेड पर लेटी थी मुझे लगा मैं मर गए हो लेकिन नहीं मैं जिंदा थी मैं जैसे ही अपना बिस्तर से उठी तो सीधा अपने आईने के सामने आकर रुकी कुछ देर तक मुझे वह एक सपना लग रहा था लेकिन जैसे ही लिपटकर मैसेज आने लगी तब मुझे अपने गर्दन के ऊपर हिस्से पर दो गहरे निशान दिखाई दे रहे थे जिसे देखते ही मैं हैरान हो गई और देखते ही देखते उन दो गहरे निशानों से खून बहना शुरू हो गया अब मुझे बहुत डर लगने लगा मैं तुरंत अपने मम्मी पापा को आवाज लगाने लगी लेकिन अगले ही पल मेरे बेड के नीचे से उसी औरत के हाथ बाहर निकल कर आते हैं और मेरे पैरों को पकड़ लेते हैं मेरे चीखने से पहले ही उस औरत ने दोबारा अपने दांत मेरे गले में धसा दिए.
उस बात को आज 7 साल हो गए लेकिन वह डरावने सपने सपने ना होकर हकीकत है क्योंकि वह एक पिशाचिनी थी जिसने मुझे काटकर खुद की तरह खून पीने वाली पिशाचिनी बना लिया .